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एशिया प्रसिद्ध नेपाल का पंचवर्षीय गढ़ी माई मेले की हुई शुरुआत

पूरे विश्व मे सबसे अधिक इस मेले में दी जाती है बली ।।

राहुल कुमार घोड़ासहन 
(इंडो-नेपाल बॉर्डर से)
घोड़ासहन (पूर्वीचम्पारण): 
भारत-नेपाल सीमाई क्षेत्र का एशिया प्रसिद्ध पाँच वर्षो पर आयोजित होने वाले गढ़ी माई मेला का प्रारंभ हो गया, जो कि नेपाल के बारा जिले के कलैया क्षेत्र में आयोजित होता है। जिसकी जानकारी हेतु सोमवार को गढीमाई मंदिर परिसर में आयोजित पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया गया था, कार्यक्रम को संबोधित करते कलैया नगरपालिका के मेयर उपेन्द्र यादव ने कहा कि भारत से आनेवाले दर्शनार्थियों के रहने व खाने- पीने और दर्शन करने का  प्रबंधन किया जा रहा है। 

मेले में आने के लिए दर्शनार्थियों को अब भारतीय नंबर का केवल बॉर्डर प्रवेश करते  इन्ट्री कराना होगा। सरकार द्वारा सभी सीमा (बॉर्डर) पर फ्री इन्ट्री की सुविधा उपलब्ध करा दी गयी है।वहीं शौंच के लिए पांच सौ अस्थायी शौचालय और करीब दो सौ स्थायी शौचालय बनवाया गया है। सुरक्षा की भी पुरी तैयारी की गयी है। इसमें दो हजार सुरक्षाकर्मियों को मंदिर परिसर व आसपास मे तैनात किया गया है। जबकि स्थानीय हजारो स्वंसेवक गढ़ी माता के स्थान तक दर्शन कराने मे सहायता करेंगे। साथ ही दर्शनार्थियों को आसानी से पुजा करने के लिए मंदिर में कुल पन्द्रह पंक्तियों की व्यवस्था की गयी है। सुरक्षा संबंधित सभी कार्यो का जायजा ड्रोन के माध्यम से भी लिया जाएगा। वही भारत से मिलने वाले रोड को नेपाल सरकार द्वारा चौड़ीकरण किया जा रहा है साथ ही बंकुल नहर पथ का मरमती,एवम चौड़ीकरण भी जोर शोर से चल रहा है जिससे रास्ते मे जाम की स्तिथि उत्पन्न ना हो। 

वही उन्होंने बताया की करीब इस मेले में लगभग 60 से 80 लाख लोग दर्शन हेतु आने का अनुमान है। आगामी 03 दिसंबर को माता के स्थान पर स्वंय दीप प्रज्वलित होने पर बलिदान शुरु होगा,3 दिसंबर को पाड़ा और 4 दिसंबर को खंसी सहित अन्य पक्षियों की बली चढायी जाएगी।बली पर नेपाल के सर्वोच्च न्यायालय ने तत्काल रोक लगाने से इंकार करते हुए इसके लिए लोगों को जागरुक कर धीरे-धीरे रोक लगाने का सुझाव दिया है,तथा जागरूकता लाने की बात बतायी है! ईधर भारत के सर्वोच्च अदालत 

द्वारा भी बली पर रोक लगाने से इस बार बली के संख्मा में काफी कमी आएगी। वहीं पिछले गढ़ी मेला में भारत से जाने वाले श्रद्धालुओं को भारतीय जांच एजेंसियां विभिन्न नाका पर चेक पोस्ट लगा कर हज़ारो की संख्या में बलि के ले जा रहे मवेशियों को जब्त किया था ।।

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